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Vastu Shastra Tips: Vastu Shastra holds great significance in our lives. Vastu is an ancient science of establishing balance and harmony in the energies prevalent inside a structure.
By: AIFAS
21-May-2022
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Astrology play wonders in finding out details about almost all aspects of our lives. Let’s find out the top 10 things that everyone should know about astrology...
14-May-2022
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प्रेम सम्बन्ध आज के आधुनिक युग का अहम् हिस्सा बन चूका है। आज के युग की तकनीकी उपलब्धता, विचारों का खुलापन, आधुनिक लाइफस्टाइल, पाश्चात्य संस्कृति का बोलबाला, युवाओं व युवतियों के विद्यालों, कॉलेजों व कार्य स्थलों पर नज़दीकी सम्बन्ध आदि सभी प्रेम संबंधों को बढ़ावा देते हैं।
05-Mar-2022
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हमारे समाज में विवाह के समय वर एवं कन्या की कुंडली मिलान करके विवाह करने की प्रथा है। लेकिन कभी-कभी जातक-जातिका को अपना जन्म समय ज्ञात नहीं होता है। ऐसे में हम अंक ज्योतिष द्वारा उनके नामांक, मूलांक एवं भाग्यांक के आधार पर गुण मिलान करके सुखी वैवाहिक जीवन की नींव रख सकते हैं। यदि आपके पास जन्म समय न हो तो आप लेख में दिये गये नियमों को लागू करके अपने होने वाले जीवनसाथी के साथ गुण मिलान कर सकते हैं।
By: अशोक भाटिया
15-Nov-2016
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जिस तरह नामांक के मेल से वैवाहिक जीवन में अनुकूलता लाई जा सकती है, उसी तरह मूलांक व भाग्यांक के आधार पर भी अनुकूल जीवन साथी चुनकर दाम्पत्य जीवन में अधिक स्थिरता और सुख-सौहार्द का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।
15-Jul-2015
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वैवाहिक जीवन पति-पत्नी का धर्म सम्मत समवेत संचरण है। इसी मन्तव्य से विवाह संस्कार में वर-वधू आजीवन साथ रहने और कभी वियुक्त नहीं होने के लिए प्रतिश्रुत कराया जाता है:
By: अमित कुमार राम
15-Feb-2015
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फ्यूचर समाचार के पिछले अंक में जन्मतिथि के अनुसार तत्व ज्ञात करना बताया गया। जिस व्यक्ति का जो तत्व होता है उस तत्व की ही उसके जीवन में प्रधानता होती है। इन पंचतत्वों में से कुछ आपस में मित्र होते हैं तो कुछ शत्रु अथवा सम। अतः जीवनसाथी के चुनाव में भी यदि हम अपने तत्व से मित्रता का संबंध रखने वाले तत्व के जीवनसाथी का चयन करें तो निश्चय ही आपस में काफी प्रेम, सौहार्द एवं सहयोग, साहचर्य रहेगा तथा दोनों मिलकर प्रेमपूर्वक गृहस्थी की गाड़ी चलाने में सक्षम होंगे। यदि दोनों साथियों के तत्वों में अनुकूलता नहीं होगी तो ऐसी स्थिति में आपसी तनाव, संघर्ष, झगड़े, अलगाव एवं तलाक की नौबत आना अवश्यंभावी है। पंचतत्वों की सहायता से सही जवीनसाथी का चुनाव काफी उपयोगी पद्धति है तथा अनुकूलता देखकर संबंध बनाना सफल दांपत्य जीवन का द्योतक है।
By: सीताराम सिंह
01-Jan-2014
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ससुराल में सुखी रहने के लिये - यदि कन्या 7 साबुत हल्दी की गांठें, पीतल का एक टुकड़ा, थोड़ा सा गुड़ लेकर ससुराल की ओर फेंक दे तो वह कन्या ससुराल में सुखी रहती है।
By: जय इंदर मलिक
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छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत्जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं।
By: संत बाबा फतह सिंह
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छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है।
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छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है
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शादी के बारे में हर व्यक्ति को जानने की इच्छा होती है। आज के आधुनिक समय में किसी-किसी व्यक्ति की शादी भी नहीं हो पाती और किसी जातक की दो या तीन बार शादी हो जाती है। शादी कितनी बार होगी इसको हम कुंडली की सहायता से जान सकते हैं। इस लेख में हम उन योगों की चर्चा कर रहे हैं जो शास्त्रों में वर्णित हंै।
By: ब्रजमोहन तिवारी
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कुंडली मिलान और मंगलीक दोष कारण निवारण जब भी जीवनसाथी के चुनाव हेतु ग्रह मेलापक, कुंडली मिलान की चर्चा होगी तो मंगलीक योग की बात जरूर होगी। दांपत्य जीवन को सुखमय व समृद्धिमय बनाने की लोक कामना मंगलीक दोष से उत्पन्न वैधव्य, संतानहीनता, कलह, रोग भय से संत्रस्त रहती है परंतु मंगलीक योग से डरने की आवश्यकता नहीं है। ज्योतिष में योग व कुयोग का निवारण भी है।
By: रमेश सेमवाल
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पायें वैदिक ज्योतिष पर आधारित हिंदी में कुंडली मिलान (Kundli Milan) बिल्कुल मुफ्त। गुण मिलान में वर और कन्या का मिलाप अष्टकूट गुणों की संख्या पर निर्भर करता है।
By: डॉ. अरुण बंसल
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ज्योतिष जीवन में कई तरह से सहायता करता है। यदि विवाह से पूर्व वर-वधू की कुंडली का मिलान ठीक से कर लिया जाए तो भविष्य में आने वाली कठिनाइयां अवश्य कम हो जाती हैं। प्रारब्ध निश्चित है, फिर भी कर्म प्रधान है। कुंडली मिलान पर पाठकों की कुछ जिज्ञासाओं का समाधान इस आलेख में किया जा रहा है...
By: अविनाश सिंह