Numerology के अनुसार आपका नाम बदलने से Life में कैसे आएगा बदलाव?

Numerology के अनुसार आपका नाम बदलने से Life में कैसे आएगा बदलाव?

जॉब इंटरव्यू में सिलेक्शन के लिए आज़माएं ये असरदार वास्तु उपाय

View:459

जॉब इंटरव्यू में सिलेक्शन के लिए आज़माएं ये असरदार वास्तु उपाय

किसी के लिए भी जिंदगी आसान नहीं होती है। किसी को शादी में परेशानियां आती हैं, तो किसी का करियर खराब चल रहा होता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए नौकरी मिलना ही एक सपने की तरह हो जाता है। वो बार-बार इंटरव्‍यू देते हैं.

जीवन में असंतुलन? हो सकता है राहु का प्रभाव – ये हैं मुख्य संकेत

View:652

जीवन में असंतुलन? हो सकता है राहु का प्रभाव – ये हैं मुख्य संकेत

क्या आपकी जिंदगी में परेशानी चल रही है? क्या आप अपने करियर में परेशान हैं? अगर हां तो हो सकता आपके जीवन में राहु का प्रभाव हो। रिश्ते हों या स्वास्थ्य, कुछ ऐसा अजीब चल रहा है.

Power of Mulank 1 – Personality Strengths, Ideal Careers & Compatibility Secrets

View:1413

Power of Mulank 1 – Personality Strengths, Ideal Careers & Compatibility Secrets

People stand out even when they don't mean to. They lead. They take charge. They are very bright everywhere they go. Often, these people are born with something special. That special thing could be their birth number.

Articles

Read Articles in English
astrology-articles

View:1213

धनागमन का उपाय

धनागमन का मुख्य उपाय लक्ष्मी-कुबेर का स्तोत्र माना गया है। कुबेर देवताओं के कोषाधिपति हैं।

astrology-articles

View:6004

न घर का न घाट का

बचपन से मस्तमौला जीवन जीने वाले चेतन को उसके माता-पिता ने परिणय सूत्र में बांध उसके जीवन में स्थायित्व लाने का प्रयत्न किया। लेकिन उसके अस्थिर मन ने एक पत्नी को छोड़ दूसरी का हाथ थाम लिया, उसके बाद भी उसे वैवाहिक जीवन का सुख क्यों नहीं मिल पाया, प्रस्तुत है इसका ज्योतिषीय विश्लेषण...

astrology-articles

View:6101

नए ग्रहों एवं राशियों की खोज का ज्योतिष पर प्रभाव

हाल ही में प्लूटो के आगे १०वें ग्रह की खोज की गई है। खोगोलज्ञों ने कैलिफोर्निया की पालोमर वेधशाला में सेडना नामक १०वें ग्रह का पता लगाया है। यह ग्रह पृथ्वी से १३ अरब कि. मी. दूर है। इसका व्यास लगभग १२०० कि. मी. हैं। इसका रंग मंगल से भी अधिक लाल

astrology-articles

View:11867

नक्षत्र

पृथ्वी सूर्य के चरों ओर चक्कर लगाती रहती हैं। एक चक्कर लगाने में पृथ्वी को 365.2422 दिन लगते हैं। यही एक वर्ष का मान हैं। चन्द्रमा की दो प्रकार की गति हैं। एक पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाने में इसे 27.32 दिन लगते हैं।

astrology-articles

View:19259

नक्षत्र एवं संबंधित दान

- अश्विनी नक्षत्र में कांस्य पात्र में घी भरकर दान करने से रोग मुक्ति होती है। - भरणी नक्षत्र में ब्राह्मण को तिल एवं धेनु का दान करने से सद्गति प्राप्त होती है व कष्ट कम होता है। - कृतिका नक्षत्र में घी और खीर से युक्त भोजन ब्राह्मण व साधु संतांे को दान करने से उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

astrology-articles

View:18924

नक्षत्र और उसके द्वारा जन्मफल

नक्षत्र तारों समूहों से बने हैं आकाश में जो असंख्य तारक मंडल विभिन्न रूपों और आकारों में दिखलाई पड़ते हैं, वे ही नक्षत्र कहे जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में ये नक्षत्र एक विशिष्ट स्थान रखते हैं।

astrology-articles

View:6556

नक्षत्र और रोग

ज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योंकि ये मारकेश भाव होते हैं। इन भावों के सहायक रोग देने वाले भाव तृतीय, षष्ठ, अष्टम एवं द्वादश होते हैं। जिस समय मारकेश की महादशा होती है,

astrology-articles

View:35219

नक्षत्र, राशियां और ग्रह

गगन मंडल में ग्रहों की स्थिति का पता करने के लिए देवताओं ने वृताकार आकाश या भचक्र के ३६० अंशों को १२ समान खण्डों में बांटा। तीस अंश के ये भाग राशि कहलाये। जिस भाग का जैसा स्वरूप दिखाई देता है उसी के आधार पर राशियों का नामकरण किया हैं।

astrology-articles

View:7010

नक्षत्रों के अवस्था अनुसार शनि ग्रह का विशेषफल

शनि ग्रह का उपरोक्त बारह अवस्थाओं में स्थित होने का फल निम्न प्रकार होता है: 1). शयनावस्था में शनि ग्रह हो तो: व्यक्ति सदा असंतोषी, असंतुष्ट रहता है। युवावस्था तक कुछ न कुछ रोग रहता है तथा युवावस्था के बाद सफल व भाग्य का साथ पाने वाला होता है। 2) उपवेशनावस्था में शनि हो तोः व्यक्ति मोटे सूजे या वायु विकार से युक्त पैरों वाला, चर्मरोगों से पीड़ित, राज्य से धन हानि, पिता के लिए हानिकारक व नित्य पीड़ित होता है। 3) नेत्रपाणि में शनि हो तो:

astrology-articles

View:25889

नक्षत्रों के दर्पण में शुभ मुहूर्त

नौ ग्रह एवं सताइस नक्षत्र भारतीय ज्योतिष का वह आधार है जो हमारे जीवन के महत्वपूर्ण कार्यो को प्रभावित करता है। अतः गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह, कृषि वाहन खरीदने के लिए नक्षत्रों का उपयोगी एवं व्यवहारिक ज्ञान बहुत आवश्यक है।

astrology-articles

View:17651

नक्षत्रों का ज्योतिषीय विवरण

वैदिक काल में वार के स्थान पर नक्षत्र दिवस के प्रयोग की परम्परा नक्षत्र ज्ञान की प्राचीनता का साक्षात उदाहरण हैं। शास्त्रों से विदित होता हैं। उस काल में वर्तमान व् भविष्य के दिशा निर्देशन या फलादेश में राशियों की जगह नक्षत्रों या तारों को ही मुख्य रूप से प्रधान व् प्रभावकारी माना जाता था।

astrology-articles

View:15779

नक्षत्रों का महत्व

नक्षत्रों की खोज राशियों से पहले हुई थी। पृथ्वी से नक्षत्र राशियों से भी अधिक दूरी पर स्थित हैं। पृथ्वी से नक्षत्र राशियों से भी अधिक दूरी पर स्थित हैं। नक्षत्रों को अन्य धर्म में तारों के नाम से भी जाना जाता हैं।