कुंडली मिलान में अष्टकूट की भूमिका

कुंडली मिलान में अष्टकूट की भूमिका  

सनातन धर्म के अनुसार जातक को प्रथम संस्कारों द्वारा सुसंस्कृत किया जाता है। जन्म से मृत्यु तक 16 संस्कार होते है। सोलहवां संस्कार अंतिम क्रिया अर्थात् अंत्येष्टि होती है तथा इसी के साथ संस्कारों की समाप्ति होती है।

Language : Hindi

Research Scholar : Dr. Vaneet Sharma

.